Categories
advertisements
Love - Romantic [Love Romantic SMS]
गिले शिकवे दिलसे न लगा लेना.
कभी रूठ जाऊ तो मना लेना.
कल का क्या पता हम हो नहो.
इसलिए जब भी मिलू.
प्यार से मेरा हाथ थाम लेना.
ये वादा है तुमसे वो दिन भी मैं लाऊँगा,
जब तुम ख़ुद कहोगी,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं।
मैं बस तुम्हारी होना चाहती हूँ।
मैं बस तुम्हारी हूँ।
हम वो नही जो तुम्हे गम में छोड़ देंगे ,
हम वो नही जो तुजसे नाता तोड़ देंगे ,
हम वो हे जो तुम्हारी साँसे रुके तो ,
अपनी साँसे छोड़ देंगे…।।
न मिले किसी का
साथ तो हमें याद
करना,
तन्हाई महसूस हो तो
हमें याद करना,
खुशियाँ बाटने के
लियें दोस्त हजारो
रखना,
जब ग़म बांटना हो
तो हमें याद करना ….
काँच का तोहफा
ना देना कभी,
रूठ कर लोग तोड
दिया करते हैं,
जो बहुत अच्छे हो
उनसे प्यार मत करना,
अकसर अच्छे लोग ही
दिल तोड दिया
करते है
कोई वादा ना कर,
कोई ईरादा ना कर,
ख्वाइशों मे खुद को
आधा ना कर,
ये देगी उतना ही
जितना लिख
दिया खुदा ने,
इस तकदीर से उम्मीद
ज़्यादा ना कर… !!
वफ़ा का दरिया
कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी
झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी
के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा
दिल दुःखता नहीं!
उलझी शाम को पाने
की ज़िद न करो;
जो ना हो अपना
उसे अपनाने की ज़िद
न करो;
इस समंदर में तूफ़ान
बहुत आते है;
इसके साहिल पर घर
बनाने की ज़िद न
करो..
जहाँ याद न आये तेरी
वो तन्हाई किस
काम की;
बिगड़े रिश्ते न बने तो
खुदाई किस काम
की;
बेशक़ अपनी मंज़िल
तक जाना है हमें;
लेकिन जहाँ से अपने न
दिखें, वो ऊंचाई
किस काम की।
उसे भूल कर जिया तो
क्या जिया ,
दम है तो उसे पाकर
दिखा ,
लिख पथरों पर
अपनी प्रेम कहानी ,
और सागर को बोल ,
दम है तो इसे मिटाकर
दिखा.
ज़माने से नहीं,
तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं, रुसवाई
से डरते हैं,
मिलने की उमंग है
दिल में लेकिन,
मिलने के बाद तेरी
जुदाई से डरते हैं
हमारी हर ख़ुशी का एहसास तुम्हारा
हो
तुम्हारे हर ग़म का दर्द हमारा हो
मर भी जाए तो हमें कोई ग़म नही
बस आख़िरी वक़्त साथ तुम्हारा हो.
लिख दूं….तो लफ्ज़ तुम हो
सोच लूं….तो ख़याल तुम हो
मांग लूं….तो मन्नत तुम हो
चाह लूं….तो मुहब्बत भी तुम हो..
सब कुछ तुम ही हो.
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे,
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे,
देख के जलेगी हमे दुनियाँ सारी,
इस कदर बे-पनाह प्यार तुझे करेंगे.
रिश्ता वो नहीं होता जो दुनिया को
दिखाया जाता है!
रिश्ता वह होता है,जिसे दिल से
निभाया जाता है!!
अपना कहने से कोई अपना नहीं होता,
अपना वो होता है जिसे दिल से
अपनाया जाता है!!!
मेरी यादो मे तुम हो, या मुझ मे ही तुम
हो…
मेरे खयालो मे तुम हो, या मेरा खयाल ही
तुम हो…
दिल मेरा धडक के पूछे, बार बार एक ही
बात…
मेरी जान मे तुम हो, या मेरी जान ही तुम
हो…
किसी को चाहो तो इस अंदाज़ से
चाहो,
कि वो तुम्हे मिले या ना मिले,
मगर उसे जब भी प्यार मिले,
तो तुम याद आओ.
तेरे सीने से लग कर तेरी आरज़ू बन जाऊँ,
तेरी सांसों से मिलकर तेरी खुशबू बन
जाऊँ,
फासले न रहें कोई हम दोनों के दरम्यान,
मैं, मैं न रहूँ… बस तू ही तू बन जाऊँ।
सुन पगली मेरी यही ख़्वाहिश है,
हर पल हम साथ हो,
मेरे हाथो में तेरा हाथ हो,
जहाँ भी देखें एक साथ देखें,
तुम मेरी नज़र से देखो और मैं तुम्हारी नज़र
से.
प्यार करना सिखा है….नफरतो
का कोई ठौर नही,
बस तु ही तु है इस दिल मे….. दूसरा
कोई और नही.
क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी
क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है,
प्यार में ऊम्र नही होती पर हर ऊम्र में
प्यार होता है.
मेरी मोहब्बत #की हद ना तय कर पाओगे
तुम,
तुम्हें साँसों से भी ज्यादा मोहब्बत
#करते है हम.
छू जाते हो तुम मुझे हर रोज एक
नया ख्वाब बनकर
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम
मेरे करीब नही.
मेरे दोस्त कहते कि तेरे स्टेटस मस्त
होते है ,
मेनै कहा जिस पगली के लिये
लिखता हू वो है हि इतनी
प्यारी.
दुनिया में सिर्फ #दिल ही है जो
बिना आराम किये काम करता है,
इसलिए उसे # खुश रखो चाहे वो #
अपना हो या # अपनों का.
छेड़ने लगीं सहेलियां उसकी, उसको
मुजसे मिलने के बाद,
कि रंग क्यों बदला है तेरे होठों का
उसको मिलने के बाद.
तेरी यादोँ के ‘नशे’ मेँ, अब ‘चूर’ हो रहा हूँ,
लिखता हूँ ‘तुम्हेँ’ और, ‘मशहूर’ हो रहा हूँ.
उसके रूठने की अदायें भी, क्या
गज़ब की है,
बात-बात पर ये कहना, सोंच लो.. फ़िर
मैं बात नही करूंगी.
वो लाख तुझे पूजती होगी। मगर तू खुश न
हो ए खुदा,
वो पगली मन्दिर भी जाती है तो बस
मेरी गली से गुजरने के लिए.
ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर
देंगें,
तुम बस मेरे दिल में रहो, यहाँ
कोई आता जाता नहीं.
Bewafaai Karna Janti To Is Kadar
Mohabbat Na Karte Hum
Yaadon Ko Seene Se Lagaye Teri
Yu Roz Roz Na Marte Hum..!
Usko Kya Saza Du Jisne Mohabbat Me
Hamara Dil Tod Diya
Gunah To Humne Kiya Jo Uski Baaton Ko
Mohabbat Ka Rang Diya..!
Zaalim Tha Wo Aur Zulm Ki Aadat
Bhi Bahut Thi
Majboor Thay Hum Unse Mohabbat
Bhi Bahut Thi..!
Tum Intezar Karna Hamara Sanam
Bahut Jald Laut Kar Aayenge Hum
Ja Rahe Hain Dur Kuch Pal Ke Liye
Pas Rakhenge Tumko Dilme Hamesha
Hum
Tum Kabhi Yaad Meri Na Karna Kam
Warna Toot Ke Bikhar Jayenge Hum
Tumhe Poojte Hain Hum Dilse Tumhe
Jaan Apni Maante Hain Hum
Kasam Hai Tumko Na Dena Meri Jagah
Kisi Ko
Warna Sanam Mar Jayenge Hum..!
Waaden To Bahut Kiye Usne Ek Bhi Nibha Na
Sake
Yu Dur Gaye Humse Ki Wapas Fir Aa Na Sake
Zaalim Ko Kabhi Yaad Na Aayi Meri
Ek Hum Hain Jo Kabhi Bhool Ke Bhi Unhe Bhula
Na Sake..!
Use Kaho Meri Saza Me Kuch Kami Karde
Kisi Ko Toot Kar Chahna Koi Jurm To Nahi
Kyu Deta Hai Har Baat Pe Wo Dukh Mujhe
Mere Seene Me Bhi Dil Hai Koi Patthar To
Nahi..!
Har Udaasi Hai Dil Par Chaayi Hui
Har Khusi Hai Mujhse Ghabraayi Hui
Aur Kya Rakha Hai Zndgi Ke Daaman
Me
Chnd Kaaliyan Hain Wo Bhi Murjhaayi
Hui..!
Jis Din Tumse Dil Laga Bethe
Tanhai Me Gamo Ki Mehfil Saja Bethe
Tum To Kho Gaye Is Dunia Ki Bhid Me
Aur Hum Apni Hi Dunia Me Aag Laga
Bethe..!
Jabse Bichdra Hai Wo Shaks Kyu
Chain Nahi Aata
Aye Dil Kya Wo Ek Hi Shaks Tha Dunia
Me Mohabbat Ke Kaabil..!
Kitni Hi Duriyan Badha Le Tu Mere
Hamdam
Meri Rooh Ki Har Awaaz Me Tera Hi
Naam Hoga..!
टूटे मक़ान वाला, दिल में ताजमहल रखता
हूँ,
बात गहरी मगर अल्फ़ाज़ सरल रखता हूँ.
तुमको बहार समझ कर, जीना चाहता था
उम्र
भर,भूल गया था की मौसम तो बदल जाते
हैं.
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में
दिल किसी का होता है और बस किसी
का चलता है.
जुबां तीखी हो तो खंजर से गहरा जख्म
देती है,
और मीठी हो तो वैसे ही कत्ल कर देती है.
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं
मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं
मिला.
जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को
खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया.
मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर जरा सम्भल
के,
ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना
जाए.
धोखा देने के लिए #शुक्रिया पगली कि,
#तुम ना मिलती तो #दुनिया_समझ में #
ना आती.
क़यामत के रोज़ फ़रिश्तों ने जब माँगा
उससे ज़िन्दगी का हिसाब,
ख़ुदा, खुद मुस्कुरा के बोला, जाने दो,
‘मोहब्बत’ की है इसने.
कल रात मैंने अपने सारे ग़म,
कमरे की दीवार पर लिख डाले,
बस फिर हम सोते रहे और दीवारे रोती
रही.
हमें भी शौक था दरिया -ऐ इश्क में तैरने
का,
एक शख्स ने ऐसा डुबाया कि अभी तक
किनारा न मिला.
सुना है आज उस की आँखों मे आसु आ गये,
वो बच्चो को सिखा रही थी की
मोहब्बत ऐसे लिखते है.
जिस “चाँद” के हजारों हो चाहने वाले
दोस्त,
वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी
को.
मैँ कैसा हूँ’ ये कोई नहीँ जानता,
मै कैसा नहीँ हूँ’
ये तो शहर का हर शख्स बता सकता है…
Kuch Rishte 2G Ki Raftar Se Bante
Hain
Aur
4G Ki Raftar Se Khatam Ho Jate Hain..!
Tasveer Bana Kar Teri Aasman Pe Tang
Aayi Hu
Aur
Log Puchte Hain Aaj Chand Itna Bedaag
Kaise Hai..!
Pyar Ka Matlab To Nahi Maloom
Mujhe
Magar
Jab Jab Tujhe Dekhti Hu Dil Dharkane
Lagta Hai..!
Mat Tod Us Pyar Ko Jo Teri Zaat Se Hai
Sanam Ye Bata Tu Khafa Meri Kis Baat Se Hai
Tu Bhi Na Uljha Kar Mujhse Is Tarah
Jab Tu Acchi Tarah Waaqif Mere Jazbaat Se Hai
Mai Kaise Ji Loon Tumse Rooth Kar
Meri To Har Saans Ka Wasta Teri Yaad Se Hai..!
Dur Rehne Se Koi Fark Nahi Padta
Baat Dilon Ki Nazdeekiyon Se Hoti
Hai
Dil Ke Rishte To Kismat Se Hi Bante
Hain
Warna Mulaqaat To Hazaron Se Hoti
Hai..!
Mai Tujhse Aaj Ek Wada Karti Hu
Ki Sare Waaden Nibhaungi
Par Ek Wada Mujhe Tujhse Bhi Lena
Hai
Jo Tu Agar Kabhi Mujhe Dard De Bas
Ye Keh Dena Ki Tu Anjan Tha
Warna Mai Jeete Ji Mar Jaungi..!
Dil Hi Dilme Gam Sehna Seekh Liya
Dard Me Bhi Chup Rehna Seekh Liya
Chalakti Nahi Ankhen Ab Kisi Ke Samne
In Ankhon Ne Bhi Ab Akele Me Behna
Seekh Liya..!
Wo Jate Jate Aisi Nishani De Gaye
Sari Umar Yaad Karne Ko Ek Kahani
De Gaye
Ab Pyaas Hi Na Lagegi Saari Zndgi
Wo Ankhon Me Itna Paani De Gaye..!
Kisi Ko Apna Banane Se Pehle
Kisi Ko Dilme Basane Se Pehle
Socha Nahi Jata
Sochte To Wo Log Hain Jinhe Pyar
Nibhana Nahi Aata..!
Bas Yahi Ek Khwab Maine Kayi Baar
Dekha Hai
Ki
Meri Saree Me Hai Uljhi Chabiyan Tere
Ghar Ki..!
Aye Khuda Bas Itna Sa Karam Karde
Jitni Zndgi Mere Sanam Ke Begair Likhi
Hai Wo Kam Karde..!
कशिश तोह बहुत है मेरे प्यार मैं,
लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलाता
नहीं,
अगर मिले खुद तो माँगूंगी उसको,
सुना है ख़ुदा मरने से पहले मिलते नहीं.
Har pal khayaal bas aata hai tumhara,
Dekh ke tumhe dil diwana ho jata hai
hamara,
Kuch itna asar hai mohabbat ka teri mujh
per
Ki baato baato mein hothon pe naam aa jata
hai tumhara.
Dil mein basa ke rakhenge tum ko,
Apne seene se laga ke rakhenge tum ko,
Tum qubool kar ke to dekho mohabbat
hamari
Jaan se jada apna bana ke rakhenge tumko.
Batani hai tumhe aaj chahat hamari,
Jatani hai tumhe dil ki khwahish hamari,
Or kuch nhi hai dil mein hamare
Bas hai tasveer tumhari.
Mohabbat se apni sawaru tujh,
Bahon mein lekar dil mein utaru tujh,
Basa ke tujh apni aankhon mein
Ishq apna bana loon tujh..
वो शायद मतलब से मिलते हैं,
मुझे तो मिलने से मतलब है.
” कितनी झुठी होती है, मोहब्बत की
कस्मेँ….
देखो तुम भी जिन्दा हो, मैँ भी जिन्दा
हूँ…
नाकाम मोहब्बतें भी बड़े काम की
होती हैं
दिल मिले ना मिले नाम मिल जाता
है..!
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम..
प्यार की बात न सही कोई शिकायत
ही कर दे..
बाज़ार के रंगों से रंगने की मुझे जरुरत
नही, किसी की याद आते ही ये चेहरा
गुलाबी हो जाता है..
सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो, मुझे भी अपनी
जिद्द बना लो.!!
मोहब्बत के उस मुकाम पर है की, अब नफ़रत
भी प्यार से हो रही है.
जब नफ़रत करते करते थक जाओ, तो एक
मौका प्यार को भी दे देना।।
“कैसे करू भरोसा गैरो के
प्यार पर
अपने ही मजा लेते अपनो
की हार पर”
“ चन्द दिनो मे ही दिल
भर जाता है हमसे हर
किसी का,
ना जाने ये दुनियाँ का
दस्तूर है या हम इतने बुरे हैं…”
“जिन्दगी ने सवालात
बदल डाले, वक्त ने हालात
बदल डाले, हम तो आज भी
वही हैं जो कल थे, बस
लोगों ने अपने ख्यालात
बदल डाले।”
“मरने वाले तो एक दिन
बिन
बताए मर जाते है ….
रोज़ तो वो मरते है ….
जो खुद से ज़्यादा
किसी को चाहते हैं ….
” मेरे दिल को यु कैद ना
कर, ए पगली…हम दिल के
नवाब हे,तेरे पिंजरे के पंछी
नही…”
“आ गया है फर्क तुम्हारी
नजरों में यकीनन…
अब एक खास अंदाज़ से
नजर अंदाज़ करते हो हमे…”
“मुझे बादशाह बनने का
कोई शोक नहीं,अपने
शोक पहेले से ही बादशाह
की तरह है!!!”
एक जैसे दोस्त सारे नही होते,
कुछ हमारे होकर भी हमारे नहीं होते,
आपसे दोस्ती करने के बाद महसूस हुआ,
कौन कहता है ‘तारे ज़मीं पर’ नहीं होते.
हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने मे,
बहुत मुस्किल होती है अपनो को समझाने
मे,
एक पल मे किसी को भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना
बनाने मे..
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने
कहाँ जाते,
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ
जाते,
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो
निकला,
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।
तमन्ना करते हो जिन खुशियों की,
दुआ है वह खुशिया आपके कदमो मे हो,
खुदा आपको वह सब हक़ीक़त मे दे,
जो कुछ आपके सपनो में हो.
सुकून अपने दिलका मैंने खो दिया,
खुद को तन्हाई के समंदर मे डुबो दिया,
जो थी मेरे कभी मुस्कराने की वजह,
आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भिगो
दिया.
Bin Dhage Ki Sui Si Zndgi
Silti Kuch Nahi Bas Chubti Ja Rahi Hai
Ye Mere Dil Ki Zid Thi Ki Pyar Karu To
Sirf Tumse Karu
Warna Tumhari Jo Fitrat Hai Wo Nafrat
Ke Bhi Kaabil Nahi..!
Aisi Doobi Hu Teri Yaadon Ke
Samundar Me
Ki
Dil Ka Dharakna Bhi Ab Tere Kadmo
Ki Sada Lagti Hai..!
Wo Samne Hai Mere Aur Juda Bhi
Hai
Mera Gunahgar Hai Wo Aur Khuda
Bhi Hai..!
Meri Subah Ho Tujhse Shuru
Yahi Tamanna Hai Bas Meri
Tu Ban Gaya Meri Jeene Ki Wajah
Tasveer Mere Dilme Basi Hai Teri
Sanam Mujhse Kabhi Hona Na
Khafa
Kyuki Tu Hi Talab Hai Meri Aakhri..!
Rab Se Maangi Thi Jo Wo Duaa Ho
Tum
Tohfa Khuda Ka Meri Jaan Ho Tum
Kaafir Hoti To Khuda Ki Kasam Sanam
Kehti Tumko Ki Mere Khuda Ho Tum..!
Mujhe Kaha Se Aayega Dilon Ko Jeetna
Dekho Na Mai Apna Bhi Haar Bethi Hu
Dil Roz Sajta Hai Nadaan Dulhan Ki Tarah
Tere Gam Roz Chale Aate Hain Baraati Ban
Kar..!
Yu Gumsum Mat Betho Paraye Lagte Ho
Meethi Baaten Nahi Hai To Chalo Jhagra
Hi Kar Lo
Tere Deedar Ki Talaash Me Aate Hain Teri
Galiyon Me
Warna Aashiqui Ke Liye Poora Shehar Pada
Hai..!
Mere Ishq O Mohabbat Ki Bas Itni
Kahaani Hai
Kuch Tumne Barbaad Kiya Zaalim
Kuch Tumhari Yaadon Ki Meharbani
Hai..!
Dillagi Me Waqt E Tanhaai Aisa Bhi
Aata Hai
Ki
Raat Chali Jati Hai Magar Andhera Nahi
Jata..!
Nazar Mila Ke Jab Nigahen Fer Le
Koi
Qayamat Tak Fir Us Dil Ki Veerani
Nahi Jati..!
Aakar Aap Ab Jana Nahi,
Dil Ko Mere Tarsana Nahi,
Hum De Chuke Hain Dil Aapko,
Todkar Isko Tadpana Nahi.
Bhale Laakh Kar Lu Koshish Bhi Magar,
Dil Ki Baat Kahi Na Jaayegi Mujh Se,
Eh Mere Hamdam Na Hona Juda Kabhi,
Teri Judaayi Na Sahi Jaayegi Mujhse.
जो मैं रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना, कुछ न
कहना बस सीने से लगा लेना।
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर
उनकीऔर हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग
जाते हैं..!!!
तमन्ना तेरे जिस्म की होती तो छीन लेते
दुनिया से, इश्क तेरी रूह से है इसलिए, खुदा
से मांगते हैं तुझे।
Auron Ke Pas Jake Meri Dastaan
Na Puch
Tu Kuch To Mere Chehre Pe Likha
Hua Bhi Dekh..!
Wo Mila Bhi Nahi Dilse Mita
Bhi Nahi
Kaisa Humsafar Hai Mera
Saath Raha Bhi Nahi Tanhaa
Chhoda Bhi Nahi..!
Tum Wajah Mat Dhoondo Sanam
Jis Rishte Se Aana Chaho Aa Jana
Mere Charo Taraf Mohabbat Hi
Mohabbat Hai..!
Tum Rakh Na Sakoge Mera Tohfa
Sambhal Kar
Warna
Mai Abhi De Du Jism Se Rooh Nikal
Kar..!
Khwabon Ki Ungli Pakad Kar Dur Tak
Jayenge Hum
Tum Kabhi Jo Kho Gaye To Dhoond Kar
Layenge Hum
Aao Dono Mil Kar Apne Rab Se Pyar Ki
Maange Dua
Pyar Ki Is Khel Me Do Dilon Ke Mel Me
Jeet Ho To Dono Ki Ho Haar Akeli Meri Ho
Ek Hatheli Teri Ho Ek Hatheli Meri Ho..!
Tere Khwabon Ka Bhi Hai Shauk
Teri Yaadon Me Bhi Hai Mazza
Samjh Me Nahi Aata Kya Karu Sanam
Sokar Tera Deedar Karu Ya Jaag Kar
Tujhe Yaad Karu..!
Mushkil Bhi Tum Ho Hal Bhi
Tum Ho
Hoti Hai Jo Seene Me Wo Hulchul
Bhi Tum Ho..!
Ek Raat Wo Gaya Tha Jaha Baat
Rok Ke
Ab Tak Ruki Hui Hu Wohi Raat Rok
Ke..!
Meri Rooh Gulaam Ho Gayi Hai
Tere Ishq Me Shayed
Warna
Yu Chattpatana Meri Aadat To Na
Thi..!
Kamaal Ki Fankari Hai Tujhme
Mere Mehboob
Waar Bhi Dil Pe Aur Raaj Bhi Dil
Pe..!
Ek Teri Khwaish Thi Bas Sanam
Poori Kaynaat Kisne Maangi Thi..!
Abhi Filhaal Zndgi Ka Rukh Bahut
Khilaaf Hai Mere
Diyaa Jidhar Bhi Jalaau Hawa Udhar
Se Chalne Lagti Hai..!
गर्मी तो बोहत पढ़ रही है। फिर भी
उनका दिल पिघलने का नाम ही नहीं
ले रहा ।
मैं अपनी मोहब्बत में- बच्चो की तरह हूँ,
जो मेरा हैं बस मेरा है किसी और को
क्यो दुँ
करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना
है मुश्किल, दिल को तुमसे
नही..तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है
सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों
ने मेरी नींदों से...या तो दोनों आते हैं
... या कोई नहीं आता !!
सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया
शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..
Mujhe Padta Koi To Kaise Padta
Mere Chehre Pe Tum Jo Likhe Hue
Ho..!
Ab Unki Shakal Bhi Mushkil Se
Yaad Aati Hai
Wo Jinke Naam Se Hote Na Thay
Judaa Mere Lab..!
Mohabbat Ho Ya Chahat
Jeet Ta Wohi Hai Jo Farebi Hai
Naraz Nahi Hu Tere Fareb Se
Sanam
Gam Ye Hai Ki Tera Yakeen Ab
Kaise Karu..!
Har Baat Me Fikar Tera
Har Baat Me Zikar Tera
Ajeeb Sa Ye Ishq Hai Apna
Na Mai Teri Na Tu Mera..!
Duriyon Ki Na Parwah Karna
Dil Jab Bhi Pukare Bula Lena
Kahi Dur Nahi Hain Hum Aapse
Bas Apni Palkon Ko Ankhon Se
Mila Lena..!
Hum Jeete Har Baazi To Mashoor
Ho Gaye
Teri Hansi Me Hanse To Har Gam
Dur Ho Gaye
Bas Ek Aap Jaise Ki Badaolat Sanam
Hum Toote Hue Kanch Se Kohinoor
Ho Gaye..!
Meri Chahat Rakhne Waale
Kabhi Mere Jazbaat Bhi Padh
Liya Kar..!
Unke Khayaal Aaye To Aate Chale
Gaye
Betaabiyon Ko Aur Badhate Chale
Gaye..!
Abhi Iraade Majboot Aur Dil Jawaan
Hai
Fir Kabhi Roo Lenge Nakamyaabi Ke
Nagme
Tu Nahi Aur Sahi Aur Nahi Aur Sahi..!
Mohabbat Rooh Me Utra Hua
Mausam Hai
Talluq Kam Karne Se Mohabbat
Kam Nahi Hoti..!
तेरे पास भी कम नहीं, मेरे पास भी बहुत हैं,
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत में बहुत हैं
तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह
थी…..
कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई….
यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने
निकले है,
कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले
है,…..
Hum Bhi Mohabbat Karte Hain Par Bolte Nahi
Kyuki Hum Rishte Nibhate Hain Tolte Nahi
Dil Aaj Bhi Tere Bare Me Puchta Hai Ki Kaha Hai
Tu
Hum Bas Apne Dil Pe Haath Rakh Dete Hain
Chahe Tu Taqleef Kitni Bhi De Firbi Sukoon Tere
Hi Pas Milta Hai
Kaise Chhod Du Tujhse Mohabbat Karna Sanam
Tu Kismat Me Na Sahi Par Dilme To Hai..!
Aye Chand Ek Ilteja Hai Tujhse
Na Chamka Kar Aasman Me
Teri Chandni Bahut Satati Hai
Tere Jaisa Hi Mere Mehboob Ka
Chehra Hai
Tujhe Dekhu To Unki Yaad Aati
Hai..!
Tum Chaho To Mita Do Sada Ke Liye
Hai Kise Parwah Mere Mit Jane Ki
Aisa Nahi Ki Mai Fir Chali Hu Kisi Aur
Se Dil Lagane Ke Liye
Mai Kisi Ko Yaad Karti Hu To Sirf Tumhe
Bhulane Ke Liye..!
Kisi Bhi Cheez Ki Kami Nahi Hai
Mujhko
Firbi Tabiyat Tere Bina Udaas Rehti
Hai..!
Arzoo, Hasrat, Tamanna Aur Khushi
Kuch Bhi Nahi
Zndgi Me Tu Nahi To Zndgi Kuch Bhi
Nahi..!
Ishq Kya Hai..?
Khubsurat Si Koi Affwa Bas
Wo Bhi Mere Aur Tumhare
Darmiyan Udti Hui..!
Tum Mujhe Lafz Lafz Yaad Ho
Fursat Mile Gar To Sunna Kabhi..!
Besharam Ho Gayi Hai Khwaishen
Meri
Mai Ab Bina Kisi Banane Ke Tumhe
Yaad Karne Lagi Hu..!
Roz Pilaati Hu Ek Zehar Ka Pyala
Use
Ek Dard Jo Dilme Hai Marta Hi Nahi
Hai..!
Rooh Ke Farishte Hi Rooh Ko
Samjhte Hain
Yu To Jism Har Jagah Bikte Hain..!
कितना कुछ जानता होगा वो सख्श मेरे
बारे में;
मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया
कि तुम
उदास क्यूँ हो ?
मेरे लफ़्ज़ों से न कर मेरे क़िरदार का
फ़ैसला।।
तेरा वज़ूद मिट जायेगा मेरी हकीक़त
ढूंढ़ते ढूंढ़ते।।
तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है, इस
बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है, यूँ
तो रातों को नींद नही आती, पर
रातों को सो कर भी जाग जाना
इश्क़ है।
जुबां खुली पर कुछ कह न पाए , आँखों से
चाहत जता रहे थे
सुबह की चाहत लिए नज़र में , रात नज़र में
बिता रहे थे
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो
अच्छा था
खबर तो रहती….सफर तय कितना करना
है
जब से बाजी, वफा की हारे हैं.
दोस्तों, हम भी गम के मारे हैं.
तुम हमारे सिवा, सभी के हो,
हम किसी के नहीं, तुम्हारे हैं.
उसके साथ जीने का इक मौका दे दे, ऐ
खुदा..
तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे..
आज उसकी एक बात ने मुझे मेरी गलती
की यूँ सजा दी…
छोड़ कर जाते हुए कह गई,
जब दर्द बर्दाश्त नहीं होता तो मुझ से
मोहब्बत क्यूँ की….
वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे , जैसे कोई गम
छुपा रहे थे..
बारिश में भीग के आये थे मिलने , शायद
वो आंसु छुपा रहे थे..
हाथ ज़ख़्मी हुए तो कुछ अपनी ही खता
थी…..
लकीरों को मिटाना चाहा किसी
को पाने की खातिर….
तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो
मुझे,
मगर अब आँख भर आती है तुम नजर नही आते
हो।
हर मुलाकात को
याद हम करतें हैं,
कभी चाहत कभी
जुदाई कि आह भरते
है,
यूं तो रोज़ तुम से
सपनो मे बात करते हैं
पर,
फिर से अगली
मुलाकात का
इन्तज़ार करते है!!
पथ्थर समझ के हमें मत ठुकराओ ,
कल हम मंदिर में भी हो सकते हैं ।
वो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतना;
वो किस-किस को भूल गया उसे यह भी
याद नहीं।
दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा,
बस याद रहे की मुड़कर देखने की आदत
इधर भी नहीं !!
तुमने तो फिर भी सीख लिया ज़माने
के साथ जीना,
हम तो कुछ भी ना कर सके सिर्फ तुम्हें
चाहने के सिवा !!
दिन में तुम्हारी याद और रात में तुम्हारे
ख्वाब,
दोनों ही अक्सर रुला देते है मुझे !!
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर
की
तरह...
मगर ख़ामोश रहता हूँ, अपनी तक़दीर
की
तरह...
उलफत का अकसर
यही दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही
दूर होता है.
दिल टुट कर बिखरते
हैं इस कदर,
जैसे कोई काँच का
खिलोना चूर चूर
होता है !!
कागज़ पे हमने
ज़िन्दगी लिख दी,
अशकों से सींच कर
खुशी लिख दी,
दर्द जब हमने उबारा
लफज़ो पे,
लोगो ने कहा वाह
क्या गज़ल लिख
द ी!!
Mere Khwabon Ke Jharokon Ko Sajane Wale
Tere Khwabon Me Kahi Meri Guzar Hai Ki Nahi
Puch Kar Apni Nigahon Se Bata De Mujhko
Meri Raaton Ke Muqaddar Me Sehar Hai Ki Nahi
Pyar Par Bas To Nahi Hai Mera Lekin Firbi
Tu Bata De Ki Tujhe Pyar Karoon Ya Na Karoon..!
Teri Yaaden Meri Tanhai Ka Sahara
Tera Zikr Meri Kashti Ka Kinaara
Ibadaat Karti Hai Meri Rooh Aaj Bhi Teri
Mujhe Nahi Hai Tere Siva Koi Aur Rab
Gawaara..!
Kaash Sab Apne Mehboob Se Joode Ho
Koi Na Barbaad Rahe
Aye Mere Rabba Badal De Sila Tu Adhoori
Mohabbaton Ka
Ki Mai Bhi Khush Rahoon Aur Wo Bhi Abaad
Rahe..!
Maine Pehle Pehal Jab Dekha Tha
Tumhe
To Mehsoos Hua Tha Zndgi Tum Ho
Fizool Bhatakti Rahi Mai Aaj Tak
Haqiqat Me To Meri Bandagi Tum Ho..!
Tum Khush Bhi Acche Lagte Ho
Aur Khafa Bhi Acche Lagte Ho
Gar Wafa Karoge To Kya Ho Baat
Bewafa Bhi Acche Lagte Ho..!
Kaha Kaha Nahi Khoja Tune Katra
Sacchi Mohabbat Ka
Sanam Meri Ankhon Me Bas Zara
Sa Jhank Lete..!
Bebasi Hai, Udaasi Hai, Ansoo Hai
Aur Dard Bhi Hai
Ab Sab Kuch Hai Mere Pas Bas Ek
Tum Nahi Ho..!
Tumse Bepanah Mohabbat Mujhe
Jeene Nahi Deti
Pas Aane Ki Mohlat Nahi Milti Aur
Dur Raha Nahi Jata..!
Mai Bhi Hua Karti Thi Waqeel
Ishq Walon Ka Kabhi
Magar
Nazren Unse Kya Mili Aaj Khud
Katghere Me Hu..!
Saadgi To Dekho Un Nazron Ki
Humse Bachne Ki Koshish Me
Wo Baar Baar Hume Hi Dekhte
Hain..!
जिस मोमबत्ती को तुम केक पर लगाकर
बुझाते रहे,
कोई अंधेरी झोपड़ी उसकी रोशनी
को तरसती रही !!
एक वो चीज जिसे लोग दिल की ख़ुशी
कहते है,
कहीं बाजार में मिले तो मेरे लिए लेकर
आना !!
आज कल तो बाइक चलाने को भी दिल
नहीं करता,
पिछली सिट पर तेरी कमी महसूस
होती है !!
जब मोहब्बत हुई थी तो लगा किसी
अच्छे काम का सिला है,
खबर न थी की बेगुनाहों को ऐसे
भी सजा मिलती है !!
जिस शख्स की वजह से हमे प्यार पर
भरोसा होता है,
इससे नफरत कराने वाला भी वही शख्स
होता है !!
वो कहते थे हमारी मुस्कान
बहुत अच्छी है..
वो सच ही कहते थे इसिलए तो
अपने साथ वो हमें नहीं पर हमारी
मुस्कान ले गये।
इंसान अगर दिल से खेलना छोड दे,
तो शायद किसी की भी मोहब्बत
अधूरी ना रहे !!
सही कहा न दोस्तों ??
सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल
में घर बनायेंगे,
हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर
रह जाएँगे..
सब को इकट्ठा रखने की ताकत प्रेम में है,
और सब को अलग करने की ताकत वहम में !!
जब हम सब कुछ हमारी सोच अनुसार
करते है,
तब हम वो गवाँ देते है जो कभी सोचा
ही न हो !!
ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच
पाता हूं..
फिर भी मै ना जाने क्यु हर रोज कमाने
जाता हूं.!!
तुझे तो मिल गये जीवन मे कई नये साथी,
.
.
लेकिन.....
.
.
"मुझे हर मोड़ पऱ तेरी *कमी* अब भी
महसूस होती है....!!
उदासी ने फिर मुझे छेड़ दिया तन्हाई के
इस आलम में,
आज फिर मन करता है रो ले लिपट
किसी के दामन से !!
जात-पात और मजहबो में उलझ कर रह गई
मोहब्बत,
समझ नहीं आता इश्क़ रूह से होता है या
नाम से !!
कितने आसान लफ्जों में कह गई वो मुझसे,
की सिर्फ दिल ही तोड़ा है तेरा कौन
सी जान ले ली तेरी !!
रिश्ता तो ख़तम हो जाता है,
.
.
लेकिन,
.
.
प्यार कभी ख़तम नहीं होता !!
जाते जाते उसने ये तो कहा की अपना
ख्याल रखना,
पर उसकी आँखे कह रही थी की अब मेरा
ख्याल कौन रखेगा !!
माना की बड़ा ही खुबसूरत हुस्न है तेरा,
.
.
लेकिन,
.
.
दिल भी खूबसूरत होता तो क्या बात
होती !!
बहुत आयेंगे तुम्हारी ज़िंदगी में दिलचस्प
लोग,
पर भुला न पाओगे हमारे साथ गुज़ारे हुये
वो पल !!
मोहब्बत भी इतनी शिद्धत से करो की,
वो धोखा देकर भी सोचे की वापस
जाऊ तो किस मुंह से !!
मुझे मालूम है कि तू लौट कर वापिस
नही आएगी,
फिर भी दिल की तसल्ली के लिए मैं
तुझे रोज लिखता हूँ।।
कौन कहता है क़ि चाँद तारे तोड़
लाना ज़रूरी है…..
दिल को छू जाए प्यार से दो लफ्ज
वही काफ़ी है……✍
मोहब्बत भी उधार कि तरह होती है,
.
.
ऐ दोस्तों,
.
.
लोग ले तो लेते है ..मगर देना भूल जाते है..
उनके साथ जरुर रहो जिनका वक्त
खराब है,
.
.
ऐ दोस्तों,
.
.
पर उनका साथ छोड़ दो जिनकी
नियत खराब है !!
तेरी दुआओ का दस्तूर भी अजब है मेरे
मालिक...
मोहब्बत उन्ही को मिलती है जिन्हे
निभानी नही आती....